विजयदशमी अमृतसर रेल दुर्घटना - जलियावाला बाग़ - भाग २
जलियावाला बाग़ - भाग २ १९ अक्टूबर 2018, विजयदशमी के दिन जलियाबाले बाग़ की याद दिला दी, ऐसी दर्दनाक हादसा जिसे आज़ाद भारत मे भूलना शायद मुश्किल हो | ये लोगों की मौत कोई हादसा नहीं है, यह प्रसाशन और उसकी निक्कमी संस्था की नाकामी है | राजनेता आपस मे लड़ने में तो पूरा ध्यान देते है लेकिन ऐसे सामूहिक आयोजन पर प्रशासन कैसे अपने आँखोंमूंद कर ऐसे आयोजनों को बिना अनुमति के आयोजकों के भरोसे पे लोगों की सुरक्षा को छोड़ देना ये बात यह दर्शाती है की प्रशासन लोगों की सुरक्षा को ले कर कितना कितना संवेदनशील है | बेहद दुखद: घटना | शासन -प्रशासन को इस घटना से सबक लेना होगा और ऐसी घटना न हो इसके लिए ऐसी व्यवस्था बनाना होगा की फिर कभी ऐसी घटना न दोहराई जाये | अभी तक सूचना मिलने तक ६० से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है | सवाल कई है लेकिन जवाब देने के लिए कोई नहीं है | जैसे की आयोजकों ने कैसे किसी रेल लाइन के पास रामलीला का आयोजन कर लिया उन्होंने लोगों की सुरक्षा के बारे में नहीं सोचा।